दोस्तो मेरा नाम ईशा है और मैं अपने जीजा दिनेश को बहुत लाइक करती हू. पहले पहले तो मुझे ऐसा लगता था की मेरे जीजा मुझे लाइन मरने के लए ही हरदम अपने ससुराल आते रहते है. मैं भी ढीले और भड़कीले कपड़े पहन के उनके सामने जाती थी. लेकिन एक दिन उनके ससुराल मे आने का राज खुल गया. हुआ यू की एक दिन दोपहर को मैने हमारी देसी मैड कला को अपने जीजा का लंड चूस्ते हुए और चूत मे लेते हुए देख लिया. जी हा मैं गोरी हू लेकिन मेरा जीजा हमारी काली कलूटी काम वाली के उपर मार गया था. मैं खाना खा के अपनी पढ़ाई कर रही थी तब मैने बगल के सर्वेंट क्वॉर्टर से कुछ खुस्पूश सुनी. वाहा जा के देखा तो जीजा देसी मैड को चोद रहे थे. मैने भी इस चुदाई को देख के अपनी चूत मे उंगली कर के खुद को शांत कर लिया.
Desi maid ko chod diya mere jiju ne – Hot sex pics
जब मैं वाहा गई तो मैने खिड़की से अंदर झाँका. अंदर जीजू दिनेश नंगे खड़े हुए थे और देसी मैड उनके पास घुटनो के उपर बैठी हुई थी. जीजा का लंड एकदम टाइट नही था, शायद अभी ही दोनो की चुदाई चालू हुई थी. अब कला ने अपना मूह खोला और वो जीजा के लंड को चूसने लगी. जीजा ने उसके माथे को अपने लंड पर दबा दिया और वो आ आ करने लगे.
कला लंड चूसने की बड़ी अची खिलाड़ी लग रही थी. वो जीजू के बॉल्स और डंडे को चूसने के साथ साथ उनकी जाँघो को सहला रही थी और जीजा आँखे बाँध कर के इस हॉट देसी ब्लोवजोब के मज़े लूट रहा था बस. जीजा का लंड देखते ही देखते पूरा टन गया. मैने भी इधर उधर देख के अपनी जीन्स के अंदर उंगली कर दी. मेरी पनटी गीली हो गई थी और चूत से पानी छुत रहा था. मैने भी चूत के दरार पर उंगली घिसना चालू कर दिया.
कुछ देर तक देसी मैड को अपना लंड चाटने के बाद मे जीजा ने अब उसे नीचे लिटा दिया और वो खुद उसके उपर आ गये. उसके देसी बूब्स के बीच मे जीजा ने अपना लंड दिया और बूब्स फक्किंग करने लगे. कला ने भी अपनी चूंचिया दोनो तरफ से दबा दी और वो जीजा से छुड़वाने लगी.
अब जीजू ने कला को हाथ पकड़ के खड़ा कर दिया और वो खुद नीचे लेट गये. कला ने अपनी देसी चूत पर थूक लगाया और वो जीजा के लंड को एक हाथ से पकड़ के बैठ गई. जीजा का लंड उसने अपनी छूट पर मस्त सेट कर दिया और वो जैसे ही बैठी लंड पूरा अंदर घुस गया. इस चुड़क्कड़ देसी मैड की चूत ढीली ढीली थी. और इधर मेरी चूत कितनी टाइट थी, सला हरामी जीजा इस कंवली को चोद रहा था और मैं उन्हे देख के चूत मे फिंगरिंग कर रही थी.
जीजा ने काफ़ी देर तक इस देसी मैड की चूत को चोदा और कला ने भी खूब जंपिंग जापंग किया और लंड लिया. और फिर जीजा ने कला को नीचे लिटा के उसके उपर चढ़ के मिशनरी स्टाइल मे छोड़ना चालू कर दिया. मेरी दो उंगलिया मेरी चूत मे थी और मेरी सिसकिया दबाने के लए मैने बहुत प्रयास किया था. जीजा ने कुछ ज़टके लगाए थे की उसके लंड से घाड़ा पानी निकल पड़ा. और जीजा ने जैसे ही अपने लंड को बाहर निकाला मैने देखा की इस देसी मैड की चूत पूरी के पूरी विरी से सनी हुई थी. जीजा ने ना जाने कितना सब विर्य निकल दिया था उसकी चूत के अंदर जो बाहर तक ओवरफ्लो हुआ था. मैं मन ही मान सोच रही थी की काश ये लंड मैं लेती और ये विरी से सनी हुई चूत मेरी होती. चूत की फींगेरइग्न करते करते मेरा भी हो गया था. और मैं फट से वाहा से निकल पड़ी. सोचती हू की जीजा को ब्लॅकमेल कर के ही उसका लंड लेना पड़ेगा अब तो.









